मकानों को बचाने के लिए ग्रामीण एकजुट होकर लड़ें लड़ाई: मास्टर ऋषिपाल चौहान

मकानों को बचाने के लिए ग्रामीण एकजुट होकर लड़ें लड़ाई: मास्टर ऋषिपाल चौहान

Villagers Unite and Fight to save their Houses

Villagers Unite and Fight to save their Houses

फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Villagers Unite and Fight to save their Houses: जिला कांग्रेस किसान सैल के अध्यक्ष एवं प्रवक्ता मास्टर ऋषिपाल ने कहा कि पहले हमारे बुजुर्गों ने अपनी मातृभूमि के लिए गोरे अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और अब हमें अपनी इसी भूमि के लिए प्रशासन से लड़ाई लडऩी पड़ेगी। मास्टर ऋषिपाल ने यह बात आज गांव बड़ौली-प्रहलापुर में किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने में उपस्थित किसानों व ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कही।
 किसानों की ओर से यह धरना वीरपाल गुर्जर के नेतृत्व दिया जा रहा है।

Villagers Unite and Fight to save their Houses

उन्होनें जिले के सभी किसानों को एकत्र होने का आह्वान करते हुए कहा कि बड़ौली गांव, प्रहलादपुर गांव व भतौला गांव के पीडि़तों की मदद करों, क्योंकि सरकार बड़ौली गांव, प्रहलादपुर गांव व भतौला गांव को बर्बाद करने पर तुली है। सबसे पहले यह बात कहना चाहूंगा कि बड़ौली गांव, प्रहलादपुर गांव व भतौला गांव के कुछ लोगों के मकान टूट रहे हैं लेकिन कल  आपके भी टूट सकते हैं। इसलिए सभी को एकजुट रहकर आंदोलन को मजबूत करने की जरूरत है ।ये मत सोचो कि जिनके मकान टूट रहे यह उन्हीं की  लड़ाई है, यह सभी फरीदाबाद जिले के गांवों की लड़ाई है। वैसे भी चंदीलाओं के एक ही दादा का गांव है, बड़ौली, भतोला और फतेहपुर चंदीला।  इसलिए विपदा में अपने उनका साथ दो। नेता किसी के नहीं होते समाज हमेशा अपना होता है। अगर हमारा खून बर्बाद हो रहा है तो कहीं न कहीं हम भी बर्बाद हो रहे हैं ये बात हमेशा दिमाग में रखनी चाहिए। 

मास्टर ऋषिपाल ने किसानों में जोश भरते हुए कहा कि एक हो जाओ भाईयों और डट के अपनी लड़ाई को लड़ो। गारंटी के साथ तुम्हारी जमीन सरकार को छोडऩी पड़ेगी। जिस तरह तीन कृषि कानूनों को भाजपा सरकार ने किसान आन्दोलन के दवाब में वापिस लिया। ऐसी ही आपकी भी जीत होगी।

मास्टर ऋषिपाल ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा आज गुर्जर बिरादरी के फरीदाबाद से दो मंत्री है, एक विधायक है करीब 30-32 पार्षद है, इसका मतलब गुर्जर बिरादरी के पास फरीदाबाद जिले में सबसे ज्यादा राजनैतिक शक्ति है, फिर भी सत्ता में बैठे राजनेता अपनी बिरादरी के लोगों को बर्बाद होने से नहीं बचा सकते तो बाकि बिरादरियों का भला करने की तो इनसे बिल्कुल उम्मीद नहीं की जा सकती है, इन्हें याद रखना चाहिए कि जो ताकत, सम्मान, रूतबा इन्हें मिला है उसके पीछे गुर्जर बिरादरी का बहुत बड़ा हाथ है।

इस मौके पर मुख्य रूप से बलराज चंदीला, धनराज चंदीला, राहुल चंदीला, अजब सिंह नागर सहित अन्य सैकड़ों किसान व महिलाएं उपस्थित रही।